उज्जैन के नागदा में रचा गया इतिहास: 18 वर्षीय साहित्य सेन बना एक दिन का विधायक, किया जनसुनवाई से लेकर करोड़ों के विकास कार्यों का लोकार्पण

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक दृश्य सामने आया, जब सिर्फ 18 साल की उम्र के एक छात्र को नायक फिल्म की तर्ज पर एक दिन का विधायक बनाया गया। यह छात्र कोई आम किशोर नहीं, बल्कि राज्य की मेरिट लिस्ट में नाम दर्ज कराने वाला होनहार विद्यार्थी साहित्य श्री सेन है, जिसने 12वीं बोर्ड परीक्षा में 96.20% अंक प्राप्त कर पूरे उज्जैन जिले में पहला और प्रदेश स्तर पर दसवां स्थान हासिल किया।
इस अनोखी पहल के तहत साहित्य को पूरे विधायक जैसा सरकारी प्रोटोकॉल, काफिला और जनप्रतिनिधियों की तरह स्वागत-सम्मान मिला। वह नागदा के वर्तमान विधायक तेज बहादुर सिंह चौहान के साथ उनके दफ्तर पहुंचा, जहां उसने जनसुनवाई की और छात्रों व आम नागरिकों की समस्याएं सुलझाईं।
जनसुनवाई के दौरान एक छात्रा पूजा ने जब अपनी शैक्षणिक समस्या साहित्य के सामने रखी, तो उसने तुरंत BRC (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) को फोन लगाकर समाधान कराया। यही नहीं, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों से जुड़ी समस्याओं को भी उसने गंभीरता से सुना और त्वरित कार्रवाई की। उसकी व्यवहारिकता और संवेदनशीलता को देखकर वहां मौजूद अधिकारी और लोग हैरान रह गए।
एक दिन के लिए विधायक बने साहित्य ने सिर्फ प्रतीकात्मक भूमिका ही नहीं निभाई, बल्कि उसने वास्तविक विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण भी किया। ग्राम पंचायत बैरछा में आयोजित समारोह में उसने करीब 1 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अनेक विकास कार्यों की आधारशिला रखी। इनमें शामिल हैं:
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65 लाख रुपए की लागत से उप-स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण
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8 लाख रुपए से सीसी रोड
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5 लाख रुपए की विधायक निधि से एक और सीसी रोड
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शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरछा में 98.53 लाख रुपए की लागत से 7 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण
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आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा 9.18 लाख रुपए की लागत से सीसी रोड निर्माण
इन सभी कार्यों के शिलालेखों पर साहित्य का नाम दर्ज किया गया, जिससे यह क्षण इतिहास में अमर हो गया।
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान साहित्य को लोगों ने फूल-मालाओं से सम्मानित किया, जैसे किसी सच्चे जनप्रतिनिधि का स्वागत होता है। कार्यक्रम में उसके पिता देवेंद्र सेन भी उपस्थित रहे, जिनकी आंखों में बेटे के इस सम्मान को देखकर गर्व साफ झलक रहा था। साहित्य ने इस अवसर पर कहा,
“मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। पढ़ाई का महत्व आज और अच्छे से समझ में आया है। मैंने न सिर्फ समस्याएं हल कीं, बल्कि करोड़ों के कार्यों का लोकार्पण भी किया। यह मेरे जीवन का सबसे अनमोल दिन है।”
विधायक ने की पहल की सराहना
नागदा विधायक तेज बहादुर सिंह चौहान ने इस अभिनव प्रयास को आगे भी जारी रखने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जिले में जो भी छात्र 10वीं या 12वीं में शानदार प्रदर्शन कर उज्जैन का नाम रोशन करेंगे, उन्हें भी “एक दिन का विधायक” बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों में नेतृत्व, जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा की भावना को बढ़ाना है।